
चम्पारण केसरी
केसरिया, पू.च। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी प्रगति यात्रा के क्रम में 24 दिसम्बर को केसरिया आ सकते हैं। इस संभावित कार्यक्रम को लेकर क्षेत्र में प्रशासनिक चहलकदमी तेज हो गई है। उम्मीद है कि केसरिया प्रखण्ड क्षेत्र के पश्चिमी सुन्दरापुर पंचायत स्थित उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कार्यक्रम होगा। बुधवार को कार्यक्रम स्थल परिसर में प्रभारी जिलाधिकारी मुकेश कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस समीक्षा बैठक में एसपी स्वर्ण प्रभात, डीडीसी शम्भू शरण पांडेय, डीईओ संजीव कुमार, चकिया एसडीओ शिवानी शुभम, सीएस डॉ विनोद कुमार सिंह सहित अन्य के साथ आवश्यक मंत्रणा की गई। प्रभारी जिलाधिकारी ने सभी विभाग के पदाधिकारियों को अपने-अपने विभाग के योजनाओं की धरातलीय स्थिति पर नजर रखने का निदेश दिया। वहीं जिला पुलिस कप्तान स्वर्ण प्रभात ने कार्यक्रम के दौरान व्यवस्था आदि को लेकर पुलिस पदाधिकारिओं को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। उन्होंने कार्यक्रम स्थल, हेलीपैड, ट्रैफिक व्यवस्था आदि की समीक्षा की। वहीं समीक्षा बैठक में मौजूद विधायक शालिनी मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विद्यालय के नवनिर्मित भवन व खेल कोर्ट का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद विद्यालय परिसर में बने अमृत सरोवर, विद्यालय के दूसरे छोर पर नवनिर्मित मनरेगा पार्क आदि का निरीक्षण कर सकते हैं। इसके बाद विभिन्न विभागों के लगने वाले स्टॉल का जायजा लेंगे। वहीं इसी कार्यक्रम स्थल से जिले के विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन कर सकते हैं। जानकारी है कि मुख्यमंत्री की संभावित कार्यक्रम में 14 विभागों का स्टॉल लगाया जाएगा। इसमें आईसीडीएस, शिक्षा, स्वास्थ्य, जीविका, डीआरसीसी आदि विभाग का स्टॉल लगाया जाएगा। जहाँ विभागीय योजनाओं से संबंधित जानकारी दी जाएगी। मौके पर एडीएम (आपदा) राजेश्वरी पांडेय, डीटीओ निवेदिता, चकिया डीएसपी सत्येन्द्र कुमार सिंह, अरेराज एसडीओ अरुण कुमार, डीएसपी (ट्रैफिक) अभिषेक कुमार, डीएसपी (साइबर) वसीम फिरोज, केसरिया बीडीओ मनीष कुमार सिंह, सीओ पूनम मिश्रा, बीईओ विनय कुमार तिवारी, एमओ खुशबू कुमारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अर्चना, बीएओ राजेश कुमार, पीओ अमित नारायण, सीडीपीओ अमित नारायण, बीपीआरओ खुशबू कुमारी, एलईओ सुरेंद्र कुमार, केसरिया पुलिस निरीक्षक मुनीर आलम, थानाध्यक्ष उदय कुमार, बिजधरी थानाध्यक्ष राजीव कुमार सहित पीएचईडी, आरसीडी, आरडब्ल्यूडी, भवन विभाग सहित अन्य विभागों के पदाधिकारी मौजूद थे।