राबड़ी आवास पर मुहर्रम जुलूस का भव्य स्वागत, लालू यादव ने देखा लाठी का करतब, राबड़ी देवी ने की ताजिये की पूजा
इस जुलूस में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग ताजिया लेकर पहुंचे थे।

(संजीव कुमार) चंपारण केशरी/पटना,दीपांकर कुमार द्वारा पोस्टेड : बिहार की राजनीति के केंद्र बिंदु राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर रविवार को एक सांप्रदायिक सौहार्द और धार्मिक एकता का दृश्य देखने को मिला। मुहर्रम के अवसर पर ताजिया जुलूस जब राबड़ी आवास पहुंचा, तो पूरा माहौल भक्ति, सम्मान और भाईचारे से भर उठा।
इस जुलूस में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग ताजिया लेकर पहुंचे थे। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पूरे श्रद्धा और विधिविधान के साथ ताजिये की पूजा की। इस अवसर पर उनकी दोनों बेटियां रागिनी यादव और हेमा यादव भी मौजूद रहीं। दोनों ने ताजिये के समक्ष नमन किया और अखाड़ा दल के कलाकारों को प्रसाद वितरित किया।
इस आयोजन में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव भी शामिल हुए। वह कुर्सी पर बैठकर मुहर्रम जुलूस में शामिल अखाड़ा के लाठी-डंडे के करतब को बड़े ध्यान से देख रहे थे। करतब देखकर उन्होंने अपनी पारंपरिक शैली में कलाकारों की प्रशंसा की और इस सांस्कृतिक परंपरा को “एकता और शक्ति का प्रतीक” बताया।
ताजिया जुलूस के साथ ढोल-नगाड़ों की गूंज, नारे और उत्साह की लहरें पूरे परिसर में महसूस की जा रही थीं। कार्यक्रम में शामिल स्थानीय लोग, बच्चे और बुजुर्ग, सबकुछ देखकर मंत्रमुग्ध थे। राबड़ी आवास के बाहर भी बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए थे, जिन्होंने इस दृश्य को श्रद्धा और आदर के साथ देखा।
इस अवसर पर प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। पूरे आयोजन को शांतिपूर्ण और गरिमामय ढंग से संपन्न कराया गया। ताजिये की पूजा के बाद जुलूस आगे की ओर रवाना हो गया।
राबड़ी आवास पर मुहर्रम जुलूस का यह स्वागत एक बार फिर यह संदेश देता है कि बिहार की मिट्टी में गंगा-जमुनी तहज़ीब की जड़ें गहरी हैं, जहां राजनीति से ऊपर उठकर भी लोग भाईचारे और साझी संस्कृति को महत्व देते हैं।