देखिए डीजीपी साहब कैसे आपके विभाग के थानाध्यक्ष अपने ही कनिय अधिकारी को देते है गालिया
जिले के बंजारिया थानाध्यक्ष रमेश महतो का जिसमे एक दारोग़ा द्वारा थाना के सिरिस्ता में रिपोर्ट ढूँढने पर थानाध्यक्ष इतने ग़ुस्से हो गए की दारोग़ा को तू तड़ाक करते हुए गलिया देने लगे
बहुत ही कम समय में अपने स्वक्छ और ईमानदार छवी और काम के मामले में कड़क कार्यशैली से जानता के दिलो पर राज और अपराधियों में ख़ौफ़ बने मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने जिले के हर एक पुलिसकर्मियों को सख़्त निर्देश दिया है की आम जनता हो या कोई भी पदाधिकारी सबसे विनम्र और सरल तरीक़े से पेश आना है थाना पर आए किसी भी फ़रियादी से बड़े ही शालीनता से मिले और उनकी समस्याओं का समाधान करे
एक तरफ़ पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात की कार्यशैली की पूरे बिहार में चर्चा हो रही है आम जनता जिस तरह से एसपी के कार्यो से ख़ूस दिखाई दे रही है जिसके कारण अपराधियों और माफ़ियायो में जैसे हड़कंप मचा हुआ है,ग़लत करने वाले जिले को छोड़ भागे हुए है.शहर में एक अलग ही स्वक्छ माहौल बना हुआ है.
एसपी के आदेश के बावजूद भी कोई कोई पुलिस अधिकारी ऐसे है जो ख़ुद को रौबीनहुड समझने लगते है वर्दी की हनक तो इनसे बर्दास्त होती ही न्हीं है कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है जिले के बंजारिया थानाध्यक्ष रमेश महतो का जिसमे एक दारोग़ा द्वारा थाना के सिरिस्ता में रिपोर्ट ढूँढने पर थानाध्यक्ष इतने ग़ुस्से हो गए की दारोग़ा को तू तड़ाक करते हुए गलिया देने लगे जब प्रभारी का इतने से दिल नहीं भरा तो दारोग़ा को हाजत में बंद कर पीटने की धमकी देने लगे.
प्रभारी का रुतबा तो सातवे आसमान पर था जब प्रभारी ने फ़ोन कर दारोग़ा को थाना बुलाना चाहा न्हीं आने पर फ़ोन पर ही गालिया देने लगे की सिरिस्ता तुम्हारे बाप का है जो तुम रिपोर्ट ढूँढ रहा था तुमको हाजत में बंद कर मारेंगे दूसरे तरफ़ दारोग़ा सिर्फ़ जवाब में कुछ बोल पाता प्रभारी ने फिर से गालियो की बौछार कर दी.
सवाल :-क्या पुलिस मैनुअल में अपने ही कनिय अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार करना लिखा है क्या.
अगर वो अधिकारी ग़लत है तो आप उसकी शिकायत अपने बड़े अधिकारियो से कीजिए ना की किसी को गालिया दीजिए और पीटने की धमकी दीजिए .