प्रशांत किशोर की ‘बिहार बदलाव यात्रा’ शुरू, 120 दिनों में करेंगे 243 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा
प्रशांत किशोर ने संगठन की कमान पूर्व सांसद उदय सिंह को सौंपी है,

चंपारण केशरी/दीपांकर कुमार द्वारा पोस्टेड /पटना। बिहार में वैकल्पिक राजनीति की नई पटकथा लिखने की कोशिश कर रहे जन सुराज अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर ने सोमवार से ‘बिहार बदलाव यात्रा’ की शुरुआत कर दी है। इस यात्रा की शुरुआत उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि सिताबदियारा से की, जहां उन्होंने जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और एक जनसभा को संबोधित किया।
यात्रा के पहले दिन किशोर ने स्पष्ट किया कि यह अभियान सिर्फ सरकार बदलने का नहीं, व्यवस्था परिवर्तन का लक्ष्य लेकर चल रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार की बदहाली से मुक्ति तभी मिलेगी जब जनता अपनी जिम्मेदारी समझे और राजनीतिक विकल्पों को लेकर जागरूक हो।
‘बिहार बदलाव यात्रा’ के तहत प्रशांत किशोर अगले 120 दिनों में राज्य के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। यह यात्रा पूरी तरह ज़मीनी स्तर पर केंद्रित होगी। वे गाड़ियों से यात्रा करेंगे, हर जिले में रात्रि विश्राम करेंगे, और प्रतिदिन दो बड़ी सभाओं के अलावा कई गोष्ठियों व जन संवाद कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
इस यात्रा को जन सुराज के संगठनात्मक विस्तार और आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिहाज़ से अहम माना जा रहा है। हाल ही में प्रशांत किशोर ने संगठन की कमान पूर्व सांसद उदय सिंह को सौंपी है, जिससे यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि अब वह जन संवाद और चुनावी रणनीति के ज़मीनी काम में पूरी तरह लगना चाहते हैं।
यात्रा के दूसरे दिन यानी 21 मई को वे सारण जिले के एकमा और मांझी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। जन सुराज अभियान पहले से ही पश्चिमी और पूर्वी चंपारण, सीवान, गोपालगंज, मधुबनी और मुजफ्फरपुर जैसे ज़िलों में सक्रिय है, लेकिन यह यात्रा उन क्षेत्रों तक पहुंचने की कोशिश है जहां अभी संगठनिक पकड़ कम है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह यात्रा न सिर्फ जन सुराज के समर्थन को बढ़ाएगी, बल्कि प्रशांत किशोर को एक नेता के रूप में स्थापित करने की रणनीति का अहम हिस्सा है। बिहार की राजनीति में बदलाव की इस पहल को जनता कितना समर्थन देती है, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।