तेजस्वी यादव का बड़ा बयान: ‘बेरोजगारी के खिलाफ लड़ाई सबसे पहले हमने शुरू की’, नीतीश पर साधा निशाना
तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में बड़ा बयान देते हुए कहा कि बेरोजगारी, आरक्षण और संविधान बचाने की लड़ाई की शुरुआत सबसे पहले हमने की थी। अब जब दूसरे दल भी इन जनहित के मुद्दों को लेकर सड़कों पर उतर रहे हैं, तो हमें खुशी होती है।
दीपांकर कुमार द्वारा पोस्टेड, चंपारण केशरी/पटना। कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा और मुख्यमंत्री आवास घेराव को लेकर बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है। इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में बड़ा बयान देते हुए कहा कि बेरोजगारी, आरक्षण और संविधान बचाने की लड़ाई की शुरुआत सबसे पहले हमने की थी। अब जब दूसरे दल भी इन जनहित के मुद्दों को लेकर सड़कों पर उतर रहे हैं, तो हमें खुशी होती है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बेरोजगारी हटाओ, आरक्षण बचाओ, संविधान बचाओ यात्रा सबसे पहले हमने ही शुरू की थी। अब दूसरे दल जब इन्हीं मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं, तो ये स्वागतयोग्य कदम है। ये देश और बिहार की लड़ाई है, कोई एक दल का मुद्दा नहीं है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि उनकी उम्र और सेहत अब असर दिखा रही है। मुख्यमंत्री की स्थिति चिंताजनक हो गई है, वह अब पहले जैसे फैसले लेने की स्थिति में नहीं हैं। चुनाव के बाद तस्वीर और साफ होगी, उन्होंने कहा।
प्रदेश की कानून व्यवस्था पर चिंता जताते हुए तेजस्वी ने कहा कि बिहार में रोजाना 200 से अधिक गोलियां चलती हैं। हत्या, लूट, अपहरण जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। राज्य सरकार इन अपराधों को रोकने की जगह अपराधियों को संरक्षण देने में लगी है। भ्रष्ट अफसरों को प्रमोशन दिया जा रहा है और कानून का दुरुपयोग किया जा रहा है।
प्रशांत किशोर की रैली पर प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी ने कहा कोई भी रैली कर सकता है, यह लोकतंत्र का हिस्सा है। हम अपने काम में लगे हैं और बाकी दल अपने-अपने एजेंडे पर चल रहे हैं। जनता मालिक है, वही आखिरी फैसला करेगी।
तेजस्वी ने लालू यादव के नेतृत्व में हुई ‘गरीब रैला’ को सबसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि पटना की सड़कों को हमने पहले ही जनता से भर दिया था, अब औरों की बारी है।